Wednesday, February 2, 2011

शेयर खाता खोल सजनियाँ 7

घर बैठा आराम नमामी आया दफ्तर काम नमामी
पर शेयर बाज़ार जो आया, दाम नमामि -नमामि-नमामी
पूरा शीश झुकाकर लेना जैसे भी हो शेयर लेना।
जियरा धक्-धक् करे निगोड़ा, ज्यों-ज्यों भाव बताता टीवी
ज्यों-ज्यों चढ़ता जाता शेयर, त्यों-त्यों पाँव दबाती बीबी
होवे प्रेम अफेयर लेना, जैसे भी हो शेयर लेना।
देखा अजब अजूबा ऐसा, राव-रंक सब फेंके पैसा
लपके जिसको मिले धरोहर,क्यों सखि ईश्वर ना सखि शेयर
इस युग का ये ईश्वर लेना,जैसे भी हो शेयर लेना।
शेयर हो सेवा करती है, रखैल हो चाहे पटरानी
भरा समंदर गोपी चंदर बोल मछरिया कितना पानी
पानी भरा सरोवर लेना,जैसे भी हो शेयर लेना।

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