जयपुर के ज्योति विद्यापीठ महिला विश्व विद्यालय की प्रथम वाइस-चांसलर,देश की प्रतिष्ठित वैज्ञानिक-शिक्षाविद प्रोफ़ेसर रेखा गोविल को "शिक्षा रत्न"पुरस्कार के लिए जब नामित किया गया,तब तक काफी देर हो चुकी थी.इस पुरस्कार के लिए मंच पर आने से पहले उन्हें दुनिया के मंच से जाना पड़ा.
मदर टेरेसा,पूर्व-उपराष्ट्रपति बी.डी.जत्ती,न्यायविद फातिमा बीवी,जस्टिस पी.एन.भगवती,डॉ.ए.आर.किदवई,लॉर्ड भिक्खु पारेख,प्रो.सोफुद्दीन सोज़,डॉ.हरि गौतम आदि को प्राप्त सम्मान पाने पर वे कैसा अनुभव करतीं,यह बताने के लिए अब मैं दुनिया भर में फैले उनके हजारों विद्यार्थियों से गुज़ारिश करता हूँ.
इंडिया इंटर-नेशनल फ्रेंडशिप सोसायटी के प्रति आभार जताने का ज़िम्मा अब मुझ पर आ गया है,क्योंकि रेखाजी से मेरा सम्बन्ध था.वे मेरी धर्मपत्नी थीं.आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं इस दायित्व को निभा रहा हूँ.
प्रबोध जी,
ReplyDeleteसमझ नहीं पा रहा हूँ, शुभकामनायें और श्रद्धांजलि एक साथ किस तरह दूँ। यह पुरस्कार आपके लिये यह वाकई गर्व का विषय है, जानकारी साझा करने के लिये आभार!
dharmpatni nahin raheen, kewal yah bataa kar jaankari dena n unki fitrat me tha,n meri.haan,kuchh uplabdhi ho to aapko bataayen bhi. so ab bataa diya.aapke aabhaar ke liye fir aabhaar kahoon?
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