Thursday, September 8, 2011

अब सब ठीक

जब किसी घर से माँ कुछ समय के लिए बाहर जाये तो बच्चों के मज़े आ जाते हैं.खूब हुडदंग मचाओ,तोड़-फोड़ करो,किचन में सब बिखरा कर,कच्चा-पक्का कुछ भी पका लो,दोस्तों को बुलालो,भाई-बहनों में कुट्टी-अब्बा से लेकर मार-पीट तक कर लो,लाईट-पंखा-नल चलता छोड़ दो,टीवी को फुल वोल्यूम पर चिल्लाने दो,अर्थात मज़े ही मज़े.लेकिन माँ के लौटते ही सब ठीक.
तो अब सब ठीक.घर से लेकर देश तक.
महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए टीचर ने कहा-कैसे सिद्ध करोगे कि महिलाएं पुरुषों से ज्यादा ताकतवर होती हैं?
छात्र ने कहा-सैंकड़ों राजाओं के साथ "राजमाताएं"होती हैं, पर आज तक किसी राजा के साथ राजपिता नहीं हो पाया.

2 comments:

हम मेज़ लगाना सीख गए!

 ये एक ज़रूरी बात थी। चाहे सरल शब्दों में हम इसे विज्ञापन कहें या प्रचार, लेकिन ये निहायत ज़रूरी था कि हम परोसना सीखें। एक कहावत है कि भोजन ...

Lokpriy ...