"एक था चंदर, एक थी सुधा" शायद हिंदी फिल्मों की सबसे खराब नियति का शिकार हुई।इसे धर्मवीर भारती ने 'गुनाहों का देवता' के रूप में लिखा था, इसे अमिताभ बच्चन और जया भादुड़ी ने अभिनीत किया था, लेकिन यह दर्शकों को देखने के लिए नहीं मिली।
कहते हैं, कि किसी के जन्मदिन पर उसकी अधूरी उपलब्धियों को याद करो तो उसकी उम्र और बढ़ जाती है। अमिताभ शतायु हों!
कहते हैं, कि किसी के जन्मदिन पर उसकी अधूरी उपलब्धियों को याद करो तो उसकी उम्र और बढ़ जाती है। अमिताभ शतायु हों!
उनको जन्मदिन की हार्दिक बधाई...वे जीए हजारों साल|
ReplyDeleteAur Dhanywad tumhen bhi.
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