लोग समझते हैं कि धनदेवी लक्ष्मी उसका साथ देती हैं जो उनके पीछे भागता है। पर ऐसा नहीं है,वे तो उसका साथ ज्यादा देती हैं जो उनसे दूर भागता है।
राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को उनकी सादगी के कारण गाँधीवादी नेता कहा जाता है। कहते हैं, उन्हें धन से ज्यादा लगाव नहीं है। यहाँ तक कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सरकारी खज़ाना भी उदारता से बाँट दिया। जनता को मुफ्त अन्न, बैठे-बैठे मजदूरी, तरह-तरह की पेंशन, मुफ्त दवाइयाँ और न जाने क्या-क्या मिला।
देवी लक्ष्मी से यह उदारता भला कैसे छिपी रहती?
अब खबर है कि उन्हें काँग्रेस का अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष बनाया जा रहा है। अर्थात सारा कोष उनके हवाले!
राजस्थान के भूतपूर्व मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को उनकी सादगी के कारण गाँधीवादी नेता कहा जाता है। कहते हैं, उन्हें धन से ज्यादा लगाव नहीं है। यहाँ तक कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सरकारी खज़ाना भी उदारता से बाँट दिया। जनता को मुफ्त अन्न, बैठे-बैठे मजदूरी, तरह-तरह की पेंशन, मुफ्त दवाइयाँ और न जाने क्या-क्या मिला।
देवी लक्ष्मी से यह उदारता भला कैसे छिपी रहती?
अब खबर है कि उन्हें काँग्रेस का अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष बनाया जा रहा है। अर्थात सारा कोष उनके हवाले!
अब वहाँ बचा ही क्या होगा . सब लुट गया . अब उसके लुटाने के लिए बचा ही क्या है ?
ReplyDeleteAap dono ka aabhaar.
ReplyDelete|| जय श्री हरिः || सुन्दर !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
लक्ष्मी पास हो तो सद्गुण और दुर्गुण दोनों साथ साथ चलते हैं बस यह इंसान के ऊपर है कि वह कैसे चलता है
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
Aasheeshji aur Kavitaji, aap donon ka shukriya.
ReplyDeleteकोषाध्यक्ष...............
ReplyDeletejee, kuchh to bacha hoga !
ReplyDeleteबेहद उम्दा आलेख और बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@आप की जब थी जरुरत आपने धोखा दिया (नई ऑडियो रिकार्डिंग)