प्रकाशित पुस्तकें
उपन्यास: देहाश्रम का मनजोगी, बेस्वाद मांस का टुकड़ा, वंश, रेत होते रिश्ते, आखेट महल, जल तू जलाल तू
कहानी संग्रह: अन्त्यास्त, मेरी सौ लघुकथाएं, सत्ताघर की कंदराएं, थोड़ी देर और ठहर
नाटक: मेरी ज़िन्दगी लौटा दे, अजबनार्सिस डॉट कॉम
कविता संग्रह: रक्कासा सी नाचे दिल्ली, शेयर खाता खोल सजनिया , उगती प्यास दिवंगत पानी
बाल साहित्य: उगते नहीं उजाले
संस्मरण: रस्ते में हो गयी शाम,
Wednesday, April 6, 2011
किंग इज किंग
कहा जाता है कि आत्मकथा लिखना झूंठ बोलने का सबसे सम्मान जनक तरीका है। इस विचार के पीछे तर्क यह दिया जाता है कि यदि व्यक्ति सब कुछ सच- सच कहने का अभ्यस्त होगा तो वह जीवन में इतना बड़ा कभी बन ही नहीं पायेगा कि आत्मकथा लिखने की सोचे। समझ में नहीं आता कि इस उक्ति में परिहास का प्रतिशत कितना है? एक बार एक जंगल में एक घोड़े, एक हिरन, एक ऊँट और एक खरगोश में गहरी दोस्ती हो गयी। संयोग से जंगल के किनारे पर कुछ किसानों के चार खेत भी थे। बस, चारों मित्रों ने एक-एक खेत चरने के लिए बाँट लिया। अब भोजन की समस्या भी हल हो गयी।खूब खाना-पीना होता और दिन भर आनंद से कटता। एक दिन न जाने क्यों, मन ही मन घोड़े को लगने लगा कि उसके हिस्से के खेत में चोरी - छिपे कोई और भी चर जाता है , जिससे उसे रोजाना जितना भोजन नहीं मिल पाता । उसने किसी मित्र को नाराज़ करना उचित नहीं समझा, चुपचाप जाकर राजा शेर से शिकायत कर दी। शेर यह जान कर चिंतित हुआ और उसने पता लगाने की बात सोची। कुछ ही दिनों में ऐसी ही शिकायत हिरन की ओर से भी आ गयी। शेर कुछ समझ पाता कि ऊंट भी वही शिकायत लेकर चला आया।राजा को लगने लगा कि उसके राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है। राजा ने सोचा- कोई एक प्राणी तो सबका खेत चर नहीं सकता, ज़रूर यह सब एक - दूसरे को चोरी- छिपे धोखा दे रहे हैं। राजा ने सभी को बुला कर समझाना चाहा। पर फिर उसे ख्याल आया कि तीनों को बुलाने के बदले खरगोश से भी कह दिया जाये कि यदि तुम्हारे खेत में भी चोरी होती हो तो तुम भी चुपचाप किसी और खेत में चर लिया करो।राजा ने न्याय कर दिया। उसके दरबारियों ने सोचा- किंग इज किंग ।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
हम मेज़ लगाना सीख गए!
ये एक ज़रूरी बात थी। चाहे सरल शब्दों में हम इसे विज्ञापन कहें या प्रचार, लेकिन ये निहायत ज़रूरी था कि हम परोसना सीखें। एक कहावत है कि भोजन ...
Lokpriy ...
-
जिस तरह कुछ समय बाद अपने रहने की जगह की साफ़ सफाई की जाती है, वैसे ही अब यह भी ज़रूरी हो गया है कि हम अपने समय के शब्दकोषों की सफाई करें. ब...
-
जयपुर के ज्योति विद्यापीठ महिला विश्व विद्यालय की प्रथम वाइस-चांसलर,देश की प्रतिष्ठित वैज्ञानिक-शिक्षाविद प्रोफ़ेसर रेखा गोविल को "शिक्...
-
1. Abdul Bismillah 2. Abhimanyu Anat 3. Ajit Kumar 4. Alok Puranik 5. Amrit lal Vegad 6. Anjana Sandheer 7. Anurag Sharma"Smart ...
-
निसंदेह यदि कुत्ता सुस्त होगा तो लोमड़ी क्या,बिल्ली भी उस पर झपट्टा मार देगी। आलसी कुत्ते से चिड़िया भी नहीं डरती, लोमड़ी की तो बात ही क्या...
-
जब कोई किसी भी बात में सफल होता है तो उसकी कहानी उसकी "सक्सेज़ स्टोरी" के रूप में प्रचलित हो जाती है। लेकिन यदि कोई अपने मकसद...
-
"राही रैंकिंग -2015" हिंदी के 100 वर्तमान बड़े रचनाकार रैंक / नाम 1. मैत्रेयी पुष्पा 2. नरेंद्र कोहली 3. कृष्णा सोबती 4....
-
इस कशमकश से लगभग हर युवा कभी न कभी गुज़रता है कि वह अपने कैरियर के लिए निजी क्षेत्र को चुने, या सार्वजनिक। मतलब नौकरी प्राइवेट हो या सरकारी।...
-
कुछ लोग समझते हैं कि केवल सुन्दर,मनमोहक व सकारात्मक ही लिखा जाना चाहिए। नहीं-नहीं,साहित्य को इतना सजावटी बनाने से कोई प्रयोजन सिद्ध नहीं ह...
No comments:
Post a Comment