माँ के लिए एक दिन?
कैसा लगता है, सुनकर।
क्या करें इस दिन?
क्या रसोई से माँ को आज का अवकाश देदें?
क्या माँ को नए कपड़े दिलवा कर उसे कहीं बाहर खाना खिला कर लायें?
क्या आज के दिन घर के हर काम के लिए पिता से ही कहें?
या रख लें हम सब कोई करवा-चौथ जैसा व्रत माँ के लिए
या रख लें हम सब कोई करवा-चौथ जैसा व्रत माँ के लिए
नहीं-नहीं, ये सब बड़ा मुश्किल है ...
चलो माँ से ही कहें, आज कुछ अच्छा सा बना कर खिलाये ...
माँ से ही कहें- करे सबकी फरमाइश पूरी ...
मनवाए 'मदर्स डे'...
:)
ReplyDeletemothers day par aapka sandesh bhi dekha tha, dhanywad.
DeleteMaa ka to har din hota hai..
ReplyDeletebahut badiya prshn!
dhanywad, jiski dee hui zindgi hai, uska 'din' kaisa?
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