कष्ट बहुत बुरी चीज़ है। यह कभी किसी को न हो। लेकिन केवल चाहने से कष्ट कम नहीं होते। इसके लिए प्रयास करने पड़ते हैं।
और यह प्रयास समय-समय पर किये जाते हैं। इस समय भी किये जा रहे हैं। ऐसे प्रयास मीडिया कर रहा है।
अब आप यह भी जानना चाहेंगे कि मीडिया यह प्रयास कर कैसे रहा है।
जब भी हम किसी भी तरह की परेशानी में होते हैं, तब मीडिया झटपट हमें यह बता देता है कि केवल आप ही नहीं, दूसरे भी परेशानी में हैं। जैसे-
यदि कहीं बम का विस्फोट होता है, तो मीडिया तुरंत आपको बता देता है कि ऐसा दूसरे देशों में भी होता है। यदि कहीं आग लग जाती है तो खबर आती है कि दूसरे देशों में भी लग जाती है। यदि कहीं भूख या बेरोज़गारी है तो आपके लिए यह जानकारी हाज़िर है कि और किस-किस देश में भी बेरोज़गारी है। यदि कहीं भ्रष्टाचार हुआ है, तो फ़ौरन जान लीजिये कि और देशों में भी तो हुआ है।
हाँ, यदि दूसरे देशों में कुछ अच्छा हुआ है और हमारे यहाँ नहीं हो पाया तो मीडिया कुछ नहीं कहेगा, अब इस से आपके कष्ट बढ़ें तो बढ़ें।
और यह प्रयास समय-समय पर किये जाते हैं। इस समय भी किये जा रहे हैं। ऐसे प्रयास मीडिया कर रहा है।
अब आप यह भी जानना चाहेंगे कि मीडिया यह प्रयास कर कैसे रहा है।
जब भी हम किसी भी तरह की परेशानी में होते हैं, तब मीडिया झटपट हमें यह बता देता है कि केवल आप ही नहीं, दूसरे भी परेशानी में हैं। जैसे-
यदि कहीं बम का विस्फोट होता है, तो मीडिया तुरंत आपको बता देता है कि ऐसा दूसरे देशों में भी होता है। यदि कहीं आग लग जाती है तो खबर आती है कि दूसरे देशों में भी लग जाती है। यदि कहीं भूख या बेरोज़गारी है तो आपके लिए यह जानकारी हाज़िर है कि और किस-किस देश में भी बेरोज़गारी है। यदि कहीं भ्रष्टाचार हुआ है, तो फ़ौरन जान लीजिये कि और देशों में भी तो हुआ है।
हाँ, यदि दूसरे देशों में कुछ अच्छा हुआ है और हमारे यहाँ नहीं हो पाया तो मीडिया कुछ नहीं कहेगा, अब इस से आपके कष्ट बढ़ें तो बढ़ें।
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