जिस तरह एक भीड़ भरे होटल में खाना खाते समय आपको हर वक्त इस बात के लिए चौकन्ना रहना पड़ता है कि आप पूरा भोजन अच्छी तरह खाकर ही उठें,अन्यथा आपके उठते ही कोई दूसरा आपकी जगह बैठ जाएगा,ठीक उसी तरह आजकल किसी भी ओहदे पर आपका कार्यकाल भी होता है.आप कितने ही कुशल या सक्षम हों, लोग आपकी सेवानिवृत्ति के लिए तत्पर रहते ही हैं,उन्हें लगता है कि आपकी बारी ख़त्म , अब उनकी बारी है.
ऐसे में श्री हामिद अंसारी का दुबारा उपराष्ट्रपति चुना जाना उन दिनों की याद ताज़ा करता है जब देश में राजेंद्र प्रसाद और राधाकृष्णन जैसे लोग पदों की शोभा होते थे.अन्सारीजी का भावभीना स्वागत .
ऐसे में श्री हामिद अंसारी का दुबारा उपराष्ट्रपति चुना जाना उन दिनों की याद ताज़ा करता है जब देश में राजेंद्र प्रसाद और राधाकृष्णन जैसे लोग पदों की शोभा होते थे.अन्सारीजी का भावभीना स्वागत .
Yes, You are absolutely right !
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