Saturday, March 5, 2011

100post पूरी

आपको बधाई कि आपने मेरी १०० बातें सुनलीं। अब कुछ ठहर कर...

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हम मेज़ लगाना सीख गए!

 ये एक ज़रूरी बात थी। चाहे सरल शब्दों में हम इसे विज्ञापन कहें या प्रचार, लेकिन ये निहायत ज़रूरी था कि हम परोसना सीखें। एक कहावत है कि भोजन ...

Lokpriy ...