Saturday, March 9, 2013

चारों क्यों नहीं?

जब कभी क्षेत्रीय अंतर की बात होती है, तो भारत में हम उत्तर दक्षिण की बात करते हैं। यदि कभी भारत और अन्य देशों की बात होती है तो अधिकतर पूरब पश्चिम की बात की जाती है।
भारत में उत्तर दक्षिण दो अलग-अलग संस्कृतियाँ हैं। यहाँ भी प्रतिनिधित्व पंजाब और तमिलनाडु का रहता है। इसी तरह जब  दुनियां की बात होती है तो एशिया और यूरोप पूर्व पश्चिम का प्रतिनिधित्व करते हैं।
लेकिन ये सारे अंतर और विभेद तब कोई अर्थ नहीं रखते जब बात भारत और पाकिस्तान की हो।
आज पाक प्रधान मंत्री जयपुर आये। यहाँ रामबाग पैलेस होटल में सलमान खुर्शीद ने उनकी अगवानी भी की और उनके सम्मान में भोज भी दिया। यहाँ से वे अजमेर के लिए रवाना हुए जहाँ वे ख्वाज़ा मोइउद्दीन चिश्ती की दरगाह में जियारत करेंगे।
भारत और पाक की दोस्ती-दुश्मनी सब दिशाओं की है। अब सोचा भी नहीं जा सकता कि  कभी ये एक थे। जब सगे भाई अलग हों तो खून-खराबा ज्यादा ही होता है।   

2 comments:

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 ये एक ज़रूरी बात थी। चाहे सरल शब्दों में हम इसे विज्ञापन कहें या प्रचार, लेकिन ये निहायत ज़रूरी था कि हम परोसना सीखें। एक कहावत है कि भोजन ...

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