यदि किसी देश का धन यकायक बढ़ जाए तो यह ख़ुशी की बात है, और इस के लिए उस देश को बधाई दी जानी चाहिए।
हम बात कर रहे हैं देश के उन साढ़े चार करोड़ युवाओं की जिन्हें सरकार अब "समझदार" युवा मानने जा रही है। सोलह साल से लेकर अठारह साल तक के इन युवाओं को अब एक अहम अधिकार मिलने जा रहा है। आइये जानें कि यह अधिकार देश का धन किस तरह बढ़ाएगा।
१. देश की अधिक अधिकार संपन्न जनसंख्या में बढ़ोतरी होगी।
२. देश में विवाह की न्यूनतम आयु अठारह वर्ष है, अब इससे पहले दो वर्ष का समय युवाओं को गृहस्थ जीवन की बुनियादी शारीरिक क्रियाएं वैध तरीके से जानने-सीखने का अवसर प्राप्त होगा, और वे बाद में अधिक अनुभवी व आत्म-निर्भर गृहस्थ सिद्ध होंगे।
३. यह अधिकार उन्हें उपयुक्त जीवनसाथी चुनने में सहायता देगा। अभी उन्हें जो भी अनुभव होता है वह गैर-कानूनी और अपराध-बोध ग्रसित होता है।
४. किसी देश की खुश जनसंख्या उसकी पूँजी ही है।
हम बात कर रहे हैं देश के उन साढ़े चार करोड़ युवाओं की जिन्हें सरकार अब "समझदार" युवा मानने जा रही है। सोलह साल से लेकर अठारह साल तक के इन युवाओं को अब एक अहम अधिकार मिलने जा रहा है। आइये जानें कि यह अधिकार देश का धन किस तरह बढ़ाएगा।
१. देश की अधिक अधिकार संपन्न जनसंख्या में बढ़ोतरी होगी।
२. देश में विवाह की न्यूनतम आयु अठारह वर्ष है, अब इससे पहले दो वर्ष का समय युवाओं को गृहस्थ जीवन की बुनियादी शारीरिक क्रियाएं वैध तरीके से जानने-सीखने का अवसर प्राप्त होगा, और वे बाद में अधिक अनुभवी व आत्म-निर्भर गृहस्थ सिद्ध होंगे।
३. यह अधिकार उन्हें उपयुक्त जीवनसाथी चुनने में सहायता देगा। अभी उन्हें जो भी अनुभव होता है वह गैर-कानूनी और अपराध-बोध ग्रसित होता है।
४. किसी देश की खुश जनसंख्या उसकी पूँजी ही है।
Ummid kar sakte hain...
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