कुछ लोगों की अभिलाषा 'कालजयी' होने की होती है। इसमें कुछ गलत भी नहीं है, आखिर उम्र तो किसी की ज्यादा से ज्यादा सौ-सवा सौ साल होगी, पर कालजयी होने के बाद दुनिया में अनंत काल तक मंडराने की सम्भावना हो जाती है। यहाँ कुछ ऐसे उपाय सुझाये जा रहे हैं, जिन्हें अपनाकर आप सुगमता से कालजयी हो सकते हैं।
१. एक छोटे से [अमृता प्रीतम के शब्दों में कहें तो रसीदी टिकट के बराबर]कागज़ पर कोई शेर, दोहा,छंद लिख कर अपने नाम के साथ एक माचिस की डिबिया में रख कर गंगा में बहा दें। [नोट-रचना तुलसी, कबीर,सूर,मीरा आदि के स्तर की हो, वह तो होगी ही, क्योंकि आप लिखेंगे]
२. केले के पत्ते पर एक "उसने कहा था" जैसी प्रगतिशील कहानी लिख कर उसके नीचे अपने हस्ताक्षर करें, और उसे किसी पूजास्थल के बुर्ज पर टांग दें।
३. अपनी अन्य इच्छाएं पूर्ण होने से पहले ही अपनी अंतिम इच्छा का जिक्र मीडिया में कर दें।
४. धर्मग्रंथों का ध्यान से अध्ययन करके ये जानने की चेष्टा करें कि कौन से नक्षत्र में किस विधि-विधान से कौन सी इलेक्ट्रॉनिक वस्तु खरीदना श्रेयस्कर रहेगा।
५. अपनी कोई स्वरचित कविता मोहल्ले के बच्चों को कंठस्थ करादें।
६. अपनी वसीयत में अपने अंतिम संस्कार के विकल्प के रूप में देहदान सुझाएं।
७. आँखें बंद कर के सोचें कि सागर-मंथन हो रहा है और अमृत हर हाल में आपको ही मिलेगा।
१. एक छोटे से [अमृता प्रीतम के शब्दों में कहें तो रसीदी टिकट के बराबर]कागज़ पर कोई शेर, दोहा,छंद लिख कर अपने नाम के साथ एक माचिस की डिबिया में रख कर गंगा में बहा दें। [नोट-रचना तुलसी, कबीर,सूर,मीरा आदि के स्तर की हो, वह तो होगी ही, क्योंकि आप लिखेंगे]
२. केले के पत्ते पर एक "उसने कहा था" जैसी प्रगतिशील कहानी लिख कर उसके नीचे अपने हस्ताक्षर करें, और उसे किसी पूजास्थल के बुर्ज पर टांग दें।
३. अपनी अन्य इच्छाएं पूर्ण होने से पहले ही अपनी अंतिम इच्छा का जिक्र मीडिया में कर दें।
४. धर्मग्रंथों का ध्यान से अध्ययन करके ये जानने की चेष्टा करें कि कौन से नक्षत्र में किस विधि-विधान से कौन सी इलेक्ट्रॉनिक वस्तु खरीदना श्रेयस्कर रहेगा।
५. अपनी कोई स्वरचित कविता मोहल्ले के बच्चों को कंठस्थ करादें।
६. अपनी वसीयत में अपने अंतिम संस्कार के विकल्प के रूप में देहदान सुझाएं।
७. आँखें बंद कर के सोचें कि सागर-मंथन हो रहा है और अमृत हर हाल में आपको ही मिलेगा।
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