Saturday, December 20, 2014

काउंट डाउन शुरू-

साल २०१४ ने संकेत दे दिया है कि वो जा रहा है। कुछ ही दिनों में एक नया वर्ष आ जायेगा।अब ये कयास शुरू हो जायेंगे कि कैसा होगा वो नया साल? शुरू हो जाएगी वो नुक्ताचीनी भी, कि कैसा रहा ये गुज़रता साल?लोग एक-दूसरे को नया साल अच्छा होने की शुभकामनायें देंगे।  वैसे तो सब अच्छा ही होगा, पर जोखिम तो हर बात में होते ही हैं।
एक युवक को प्रेम हो गया। प्रेमिका ने फोन करके शाम को एक पार्क में मिलने बुलाया।युवक का प्रेम पहला था, लिहाज़ा थोड़ा नर्वस था। कैसे, और क्या तैयारी की जाये शाम की, दिन भर ये सोचता रहा।देखे-सुने अनुभवों से इतना तो पता था ही कि प्रेमी-प्रेमिका जब भी मिलते हैं तो कोई न कोई गाना गाते हैं। बस,पसंद का एक गाना डाउन लोड किया और उसके रियाज़ में जुट गया।  गीत था, "शाम रंगीन हुई है तेरे आँचल की तरह"
शाम आई।  प्रेमिका आई।  मिलन की घड़ी आई। तैयारी थी ही,आलाप लेकर गीत शुरू कर दिया।
लेकिन ये क्या???
प्रेमिका ने झट से उसका हाथ झटका, और उठ कर चल दी।  युवक की समझ में कुछ न आया, वह हतप्रभ रह गया।
दरअसल युवक ने ध्यान नहीं दिया था कि प्रेमिका ने आज सफ़ेद दुपट्टा ओढ़ रखा है।
तो नया साल आने में अभी पूरे दस दिन बाकी हैं। आपके पास समय है, यदि कोई तैयारी करनी है तो कर डालिये,ताकि कोई जोखिम न रहे और नए साल में सब अच्छा ही हो!            

3 comments:

हम मेज़ लगाना सीख गए!

 ये एक ज़रूरी बात थी। चाहे सरल शब्दों में हम इसे विज्ञापन कहें या प्रचार, लेकिन ये निहायत ज़रूरी था कि हम परोसना सीखें। एक कहावत है कि भोजन ...

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