सर्दी और धुंध ने आसमान को ढक लिया है, किन्तु फिर भी जहाँ ये साफ-साफ दिख रहा है, वहाँ थोड़ा सा ध्यान देने पर आप अच्छी तरह देख पाएंगे कि आकाश के सभी सितारे अपनी-अपनी जगह से थोड़ा-थोड़ा सरक गए हैं। यह कोई भौगोलिक घटना नहीं है, ये तो सामान्य से शिष्टाचार की बात है। सभी तारों ने सरक कर थोड़ी सी जगह बनाई है, ताकि आसमान में आने वाला उनका नया साथी भी वहाँ रह सके।
वह कल आने वाला है न !
वर्ष २०१३ है वो नया मेहमान जो अब अम्बर में रहेगा। इतिहास में रहेगा। सबको दिखाई देते हुए और सबकी पकड़-पहुँच से दूर। धरती पर अब २०१४ रहेगा।
आइये, इस परिवर्तन के लिए अपने को तैयार करें।
शुभकामना दीजिये कि इस साल मैं अपना यह संकल्प पूरा कर सकूं -
-"मैं जो कर न सकूं उसे करने के बारे में कहना तो दूर, उसके बारे में सोचूँ भी नहीं, लेकिन कुछ न कुछ ऐसा ज़रूर करूँ जो कभी सोचा भी न हो"
वह कल आने वाला है न !
वर्ष २०१३ है वो नया मेहमान जो अब अम्बर में रहेगा। इतिहास में रहेगा। सबको दिखाई देते हुए और सबकी पकड़-पहुँच से दूर। धरती पर अब २०१४ रहेगा।
आइये, इस परिवर्तन के लिए अपने को तैयार करें।
शुभकामना दीजिये कि इस साल मैं अपना यह संकल्प पूरा कर सकूं -
-"मैं जो कर न सकूं उसे करने के बारे में कहना तो दूर, उसके बारे में सोचूँ भी नहीं, लेकिन कुछ न कुछ ऐसा ज़रूर करूँ जो कभी सोचा भी न हो"
नववर्ष आपके लिए मंगलमय हो!
ReplyDeleteAapko bhi naya saal bahut-bahut shubh aur mangalmay ho !
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