यह दिलचस्प है कि इस मुद्दे पर भी लोग एकमत नहीं हैं। कुछ लोग कहते हैं कि किसी भी समाज के लिए अमीर लोग लाभदायक हैं। और इसी बात पर कुछ लोगों का मानना है कि गरीब लोग ही समाज को मज़बूती देते हैं। आइये देखें, क्यों कहते हैं लोग ऐसा?-
अमीर लोग रोज़गार बढ़ाएंगे क्योंकि वे हर काम खुद नहीं कर सकेंगे लेकिन उन्हें हर काम चाहिए। वे ज़्यादा उपभोग करेंगे जिससे अधिक उपभोग की प्रवृति बढ़ेगी जो कालांतर में उत्पादन बढ़ाएगी।वे संस्कृति से बंधकर नहीं रहना चाहेंगे, जिससे विकास के नए आयाम सुलभ होंगे।
इसी तरह गरीब लोग उपभोग सीमित करेंगे जिससे बचत बढ़ेगी, और अर्थव्यवस्था में धन आसानी से सुलभ रहेगा। वे रोज़गार की चाह में रहेंगे जिससे विकासात्मक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। उनकी सन्तुष्टिकारक मानसिकता समाज में संतुष्टि का स्तर बढ़ाएगी, जो किसी भी आर्थिक प्रक्रिया का अंतिम उत्पाद है। वे संस्कृति सहेजने में रूचि लेंगे।
देखा आपने? देश में कोई गरीब हो या अमीर, देश के पौ बारह हैं। अर्थात मुनाफ़ा ही मुनाफ़ा।
अमीर लोग रोज़गार बढ़ाएंगे क्योंकि वे हर काम खुद नहीं कर सकेंगे लेकिन उन्हें हर काम चाहिए। वे ज़्यादा उपभोग करेंगे जिससे अधिक उपभोग की प्रवृति बढ़ेगी जो कालांतर में उत्पादन बढ़ाएगी।वे संस्कृति से बंधकर नहीं रहना चाहेंगे, जिससे विकास के नए आयाम सुलभ होंगे।
इसी तरह गरीब लोग उपभोग सीमित करेंगे जिससे बचत बढ़ेगी, और अर्थव्यवस्था में धन आसानी से सुलभ रहेगा। वे रोज़गार की चाह में रहेंगे जिससे विकासात्मक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। उनकी सन्तुष्टिकारक मानसिकता समाज में संतुष्टि का स्तर बढ़ाएगी, जो किसी भी आर्थिक प्रक्रिया का अंतिम उत्पाद है। वे संस्कृति सहेजने में रूचि लेंगे।
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